स्कैप चैनल संबंधी अध्यादेश वापस लेने की मांग तीर्थ पुरोहितों ने क्यों की ?
सरकार ने यदि ध्यान नहीं दिया तो होगा अनिश्चितकालीन धरना
हरकी पैड़ी ब्रह्मकुण्ड पर प्रवाहित गंगा को स्कैप चैनल सम्बन्धी अध्यादेश को तत्काल वापस लेने तथा गंगा नदी घोषित करने सहित अन्य मांगो को लेकर तीर्थपुरोहितों ने आखिरकार धरना प्रारम्भ कर दिया। हर की पैड़़ी पर शुरू तीर्थ पुरोहित समाज का यह धरना फिलहाल क्रमिक होगा,सरकार के फिर भी नही सुनने पर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया जायेगा। अभी कुछ दिन पूर्व ही तीर्थपुरोहित सौरभ सिखौला,डा.प्रतीक मिश्रपुरी,अनुपम जगता सहित अन्य तीर्थपुरोहितों ने मांग की थी कि अगर हरि की पैड़ी पर प्रवाहित गंगा को गंगा नदी घोषित नही किया गया तो तीर्थ पुरोहित समाज आंदोलन को विवश होगा। सोमवार को हरकी पैड़ी पर स्कैप चैनल के शासनादेश को वापस लेने की माँग को लेकर धरना प्रारंभ कर दिया। पुरोहितों ने सरकार से माँग की है कि जल्द से जल्द शासनादेश वापस लिया जाये तथा गंगा को माॅ गंगा घोषित किया जाये। ताकि माॅ गंगा का सम्मान वापस हो। फिलहाल कोरोना संक्रमण को देखते हुए अनिश्चितकालीन धरने को अभी कुछ दिनों के लिए क्रमिक धरने के रूप में करने का निर्णय लिया गया है । फिलहाल सुबह दस बजे से सायंकालीन गंगा आरती तक धरना चलेगा। लेकिन यदि सरकार ने जल्दी ही शासनादेश वापस नहीं लिया तो जल्दी ही धरना अनिश्चितकाल हो जाएगा। सोमवार को धरना देने के पहले दिन अखिल भारत हिन्दू महासभा के प्रदेश अध्यक्ष पं० हरीमोहन तिवारी ने भी धरने को अपना समर्थन पत्र दिया। धरने में आज अशोक त्रिपाठी, सौरभ सिखौला, प्रतीक मिश्रपुरी, वैभव शिवपुरी,अनमोल वशिष्ठ, सचिन कौशिक, अनुपम जगता, धीरज पचभैया, सिद्धार्थ त्रिपाठी, अनिल कौशिक, पवन पचभैया आशु झा, संजीव कुएवाले, सुनील दत्त चाकलान आदि तीर्थ पुरोहित शामिल रहे।