लैब टेक्नीशियन रजनी चौधरी के जज्बे को सलाम

रजनी चौधरी अब तक 12 बार रक्तदान कर चुकी हैं


रक्तकोष जिला चिकित्सालय हरिद्वार की कर्मठ लेब टेक्नीशियन रजनी चौधरी ने जो कोरोना महामारी में अपनी सेवाएँ ब्लड बैंक में दे रही हैं उसके बाद भी उन्होंने थैलेसीमिया की बच्ची के लिए अपना रक्त बी पॉजिटिव देकर बच्ची को सुरक्षित करने में अपना सहयोग दिया। रक्तकोष की टीम ने उनके इस जज्बे को सलाम किया है और उनके लम्बी उम्र के लिए कामना की है।


रजनी चौधरी ने बताया कि वह अब तक 12 बार रक्तदान कर चुकी है और आगे भी वह जरुरत मंदो के लिए रक्तदान करते रहेगी। उन्होंने बताया कि अगर उनके एक रक्तदान करने से किसी की जान बचती है तो वह हमेशा इस कार्ये को करने के लिए तैयार है, एक ओर जहां कोरोना महामारी जैसी स्थिति में बहुत से लोग अपनी जान गवा रहे है उन्होंने इस कड़ी में थैलेसीमिया ग्रस्त बच्ची के लिए रक्तदान कर एक मिसाल पेश की है। उन्होंने सभी से अपील की है कि अगर वह स्वस्थ है तो उन्हें भी रक्तदान करना चाहिए जिससे उनके द्वारा किये गए रक्तदान से किन्ही 3 व्यक्तियो की जान बचाई जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि जो व्यक्ति कोरोना से जंग जीत चुके हैं वह भी अपना प्लाज़्मा डोनेट कर दूसरे ग्रस्ति व्यक्तिओ के इलाज में हर सम्भव मदद करे जिससे किसी भी परिवार के व्यक्ति की जान न जाये।ज्ञात रहे थेलेसिमीया से ग्रसित बच्चों में रक्त की कमी हो जाती है और समय पर रक्त न मिलने पर बच्चों की जान पर बन आती।  ऐसे में रजनी चौधरी ने एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है। इस मौके पर ब्लड बैंक में डॉ रविन्द्र चौहान, महावीर चौहान, राखी जितवान, दिनेश लखेड़ा, मनोज चमोली आदि मौजूद रहे।


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