कुंभ महापर्व गणना के अनुसार निर्धारित समय पर हो

महाकुंभ का स्वरूप क्या होगा किस स्तर का होगा परिस्थितियों अनुसार सरकार तय करें - महंत हरी गिरी जी


 मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत व अखाङा परिषद के संत महात्माओ ने सीएम आवास में आयोजित बैठक में महाकुम्भ मेला 2021 के संबंध में विचार विमर्श किया। अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्री महंत हरीगिरी जी महाराज ने बताया कि उनकी सभी अखाङो के संतों के साथ चर्चा हुई है। सभी ने इस बात पर सहमति दी है कि ज्योतिष गणना के अनुसार महाकुम्भ मेले का आयोजन निर्धारित समय पर ही हो। इसका स्वरूप क्या होगा, किस स्तर तक होगा, इस पर सरकार द्वारा अगले वर्ष फरवरी माह में तत्कालीन परिस्थितियों के अनुसार निर्णय लिया जाए। सरकार उस समय जो भी निर्णय लेगी, वह अखाङा परिषद के संत महात्माओ को मान्य होगा। मुख्यमंत्री ने सहयोग के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि परम्पराओं का ध्यान रखते हुए अगले वर्ष कुम्भ मेले का आयोजन समय पर होगा। परंतु आगामी फरवरी माह में उस समय की परिस्थितियों के अनुरूप संत महात्माओ के मार्ग दर्शन से मेले के स्वरूप के बारे में निर्धारित किया जाएगा। स्थाई प्रकृति के निर्माण कार्य चलते रहेंगे।   बैठक में श्री महंत नारायण गिरी जी महाराज, श्री महंत महेशपुरी जी महाराज सहित अन्य प्रतिनिधि उपस्थित थे।


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