सिंचाई विभाग की मिलीभगत या ठेकेदार की दबंगई
लोक डाउन का भी डर नहीं?
आज सुबह जयराम घाट के नजदीक बहुत से कट्टे रिक्शा में लोड किए जा रहे थे। जिज्ञासा हुई कि देखे यह सब क्या हो रहा है ? वहां मौजूद मजदूरों ने बताया मेन हाल बनाने वाले सरकारी ठेकेदार ने बालू मंगाया है,उसने बताया कि लोकडाउन की वजह से कहीं रेत नहीं मिल रहा इसलिए गंगा से लाने को कहा है।
"चोरी तो छोटी है लेकिन है तो चोरी" मजदूर बोला बाबूजी आगे देखिए घोड़े वाले कैसे रेता-बजरी गंगा से निकाल रहे हैं। थोड़ी दूर आगे जाने पर सूखी नदी के पास वाकई घोड़े वाले अपने काम में लगे थे। ऐसा लगता है उन्हें किसी का डर नहीं है लॉकडाउन में यह सब कैसे हो रहा है?